केंद्र की मोदी सरकार ने एक बार फिर आत्मनिर्भर भारत योजना के अंतर्गत एक और नई सौगात दी है इस योजना का नाम है प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना PM Matsya Sampada Yojana 2025 को डिजिटल रूप रूप से लांच किया गया है उन्होंने e-Gopala Mobile App का भी उद्घाटन किया जिससे कि किसानों को पशुधन के लिए बाजार प्रदान करेगा |
उन्होंने बिहार में मत्स्य पालन और पशुपालन क्षेत्रों में कई अन्य पहल भी शुरू किए हैं | इस PM Matsya Sampada Yojana 2025 योजना की शुरुआत बिहार से की गई है इसे बिहार चुनाव के कुछ महीने पहले ही आया है कल प्रधानमंत्री ने ट्वीट किया कि पीएम मदद से क्षेत्र को रूपांतरित करेगा और आत्मनिर्भर भारत के निर्माण के प्रयासों को मजबूती देगा |
प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना (PMMSY) का उद्देश्य भारत में मत्स्य पालन को “नीली क्रांति” तक पहुँचा कर मछुआरों की आय दोगुनी करना, उत्पादन बढ़ाना, मूल्य श्रृंखला को आधुनिक बनाना और सतत विकास को सुनिश्चित करना है। योजना की मूल अवधि को बढ़ाकर अब मार्च 2026 तक कर दिया गया है। साथ ही, पशुपालन प्रबंधन के लिए तैयार e‑Gopala App का नया वर्शन “1962” नाम से 2025 में जारी हुआ है, जिसमें ऑटोमेटेड वैक्सीन अलर्ट, एआई‑आधारित सलाह सहित कई नए फीचर्स जोड़े गए हैं।
1. योजना का परिचय
प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना की शुरुआत 10 सितंबर 2020 को की गई थी। तब से यह योजना देश भर में लागू है और इसका उद्देश्य मत्स्य पालन क्षेत्र में व्यवस्थित निवेश करके
- मछुआरों एवं मत्सी किसानों की उत्पादकता और आमदनी बढ़ाना
- मूल्य श्रृंखला (पोस्ट-हार्वेस्ट से लेकर मार्केटिंग तक) को मजबूत बनाना
- रोजगार के अवसर सृजित करना
- निर्यात क्षमता को विश्वस्तरीय बनाना
मूल वित्तीय आवंटन
- कुल बजट: ₹20,050 करोड़ (FY 2020‑21 से FY 2024‑25 तक)
- अब अवधि बढ़ी: मार्च 2026 तक
2. 2025 में हुए मुख्य अपडेट
- अवधि का विस्तार
- योजना की प्रारंभिक अवधि 31 मार्च 2025 थी; उसे 31 मार्च 2026 तक बढ़ाया गया।
- नई उप‑योजना: PM–MKSSY
- नाम: Pradhan Mantri Matsya Kisan Samridhi Sah‑Yojana
- अवधि: FY 2023‑24 से FY 2026‑27 (4 वर्ष)
- कुल बजट: ₹6,000 करोड़ (₹3,000 करोड़ सार्वजनिक + ₹3,000 करोड़ निजी निवेश)
- उद्देश्य: मत्सी किसानों का डिजिटलीकरण, बीमा प्रोत्साहन, सूक्ष्म उद्यमों के लिए आर्थिक सहायता
- National Fisheries Digital Platform (NFDP)
- मत्सी किसानों और मछुआरों के लिए डिजिटल पहचान प्रणाली
- मोबाइल व वेब पोर्टल के माध्यम से रियल‑टाइम डेटा साझा करना
- परियोजना मॉनिटरिंग, मार्केट लिंकिंग, बीमा और ऋण सुविधा
3. PMMSY के उद्देश्य (मुख्य बिंदु)
- उत्पादन में वृद्धि
- मछली उत्पादन को 13.75 मिलियन टन (2018‑19) से बढ़ाकर 22 मिलियन टन तक ले जाना
- उत्पादकता सुधार
- प्रति हेक्टेयर औसत उत्पादन को 3 टन से 5 टन तक लाना
- मूल्य श्रृंखला का आधुनिकीकरण
- कोल्ड स्टोरेज, प्रसंस्करण इकाइयाँ, फिशिंग हार्बर, फ़ीड मिल आदि स्थापित करना
- आय दोगुनी करना
- मछुआरों की आमदनी दोगुनी करने के उपायों पर फोकस
- निर्यात क्षमता बढ़ाना
- निर्यात राजस्व को ₹46,589 करोड़ (2018‑19) से बढ़ाकर ₹1,00,000 करोड़ तक पहुंचाना
- रोजगार सृजन
- 55 लाख प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रोजगार सृजित करना
- सतत एवं जिम्मेदार विकास
- पर्यावरण के अनुकूल मत्स्य पालन तकनीकियों का प्रसार
- सामाजिक सुरक्षा
- मत्सी किसानों एवं मछुआरों के लिए बीमा, स्वास्थ्य, आवास व पेंशन योजनाओं का प्रावधान

केंद्र/राज्य अनुदान
घटक | केंद्र अनुदान (%) | राज्य/लाभार्थी सहभागिता (%) |
---|---|---|
लाभार्थी‑उन्मुख गतिविधियाँ (CS) | 40–60% | शेष राशि |
SC/ST/महिला/विशेष राज्य | 60% | शेष राशि |
उत्तर‑पूर्व एवं हिमालयी राज्य | 90% | शेष राशि |
केंद्रशासित प्रदेश | 100% | — |
CS: Centrally Sponsored Scheme (लाभार्थी‑उन्मुख)
CS + Central Sector: दोनों प्रकार की गतिविधियों के लिए अलग-अलग फंड शेयरिंग पैटर्न।
PM–MKSSY: सह‑योजना की झलक
PM–MKSSY (Pradhan Mantri Matsya Kisan Samridhi Sah‑Yojana) को फरवरी 2024 में कैबिनेट ने मंजूरी दी। यह योजना मत्सी किसानों को
- डिजिटलीकरण: कमा-आधारित डिजिटल आईडी, NFDP के साथ इंटीग्रेशन
- बीमा प्रोत्साहन: आकस्मिक नुकसान व महामारी बीमा
- माइक्रो एवं लघु उद्यम सहायता: मूल्य संवर्धन इकाइयों के लिए अनुदान
- गुणवत्ता आश्वासन: HACCP, ISO जैसी मानकों पर आधारित ट्रेनिंग व प्रमाणन
- परियोजना मॉनिटरिंग: Real‑time मॉनिटरिंग पोर्टल
e‑Gopala App 2025 में क्या नया?
- नया नाम: “1962” (BharatPasudhan प्लेटफ़ॉर्म का हिस्सा)
- नवीनतम वर्शन: 2.2.9 (जारी: जनवरी 2025)
- डिवाइस सपोर्ट: Android 5.0+; iOS ऐप जल्द आएगा
- साइज़: ~12 MB
मुख्य फीचर्स:
- रोगमुक्त जर्मप्लाज्म बाज़ार
– बीज एवं वीर्य खरीद/बिक्री, ऑनलाइन ट्रांजैक्शन - AI‑आधारित पशु देखभाल सलाह
– लक्षण पहचान के लिए तस्वीर अपलोड, सलाह पाएं - टीकाकरण रिमाइंडर
– पशु के जीवनचक्र के अनुसार वैक्सीन शेड्यूल अलर्ट - पोषण मार्गदर्शन
– पशु के वजन व उम्र के अनुसार आहार सुझाव - ऑनलाइन कस्टमर सपोर्ट
– हिंदी, क्षेत्रीय भाषाओं में चैट व कॉल सुविधा
Google Play Store से डाउनलोड करें
PM Matsya Sampada Yojana 2025 (PMMSY)
PMMSY देश में मत्स्य पालन क्षेत्र के केंद्रित और सतत विकास के लिए एक फ्लैगशिप योजना है, जिसका अनुमानित निवेश to ₹20,050 crore करोड़ है और इसके क्रियान्वयन के लिए 2020-21 to 2024-25 के दौरान आत्मानिभर भारत पैकेज के हिस्से के रूप में है। PM Matsya Sampada Yojana 2025,
PMMSY के तहत 50 20,050 करोड़ का निवेश मत्स्य क्षेत्र में अब तक का सबसे अधिक है, PMO ने कहा।
बिहार में यह परियोजना ₹ 535 करोड़ के केंद्रीय हिस्से के साथ crore 1,390 करोड़ के निवेश की परिकल्पना करती है और अतिरिक्त मछली उत्पादन का लक्ष्य तीन लाख टन है।
आवेदन प्रक्रिया (सरल स्टेप्स)
- ऑनलाइन आवेदन
- पोर्टल पर लॉगिन करें:
- उपयोगकर्ता पंजीकरण, OTP सत्यापन, पासवर्ड सेट
- प्रस्ताव (Proposal/DPR) ऑनलाइन भरें और दस्तावेज़ अपलोड करें
- ऑफलाइन आवेदन
- अपने जिले के District Fisheries Officer के कार्यालय में
- Self‑Contained Proposal या Detailed Project Report जमा करें
- दस्तावेज़
- आधार कार्ड, पैन कार्ड, बैंक खाता विवरण
- भूमि/पट्टा दस्तावेज (यदि आवश्यक)
- परियोजना रिपोर्ट, बिजनेस पंजीकरण प्रमाणपत्र
- समीक्षा व अनुमोदन
- जिला स्तर → राज्य स्तर → केंद्रीय स्तर
- अनुमोदन के बाद स्टेट व बैंक खाते में अनुदान जारी
PM Matsya Sampada Yojana 2025- e-Gopala Mobile App
ई-गोपाला ऐप किसानों के प्रत्यक्ष उपयोग के लिए एक व्यापक नस्ल सुधार बाज़ार और सूचना पोर्टल है।
वर्तमान में देश में पशुओं का प्रबंधन करने वाले किसानों के लिए कोई डिजिटल प्लेटफॉर्म उपलब्ध नहीं है, जिसमें सभी रूपों में रोग मुक्त जर्मप्लाज्म की खरीद और बिक्री, गुणवत्ता प्रजनन सेवाओं की उपलब्धता और किसानों को पशु पोषण के लिए मार्गदर्शन करना, उपयुक्त दवा का उपयोग करने वाले जानवरों का उपचार शामिल है।
Delhi: PM Narendra Modi digitally launches the Pradhan Mantri Matsya Sampada Yojana (PMMSY) and e-Gopala App for farmers along with several other initiatives in the fisheries and animal husbandry sectors in Bihar. pic.twitter.com/9YVmK0AMpf
— ANI (@ANI) September 10, 2020