इस हैकर के खुरपाती दिमाग से खौफ खाती हैं बड़ी दिग्गज कंपनियां! देती है करोड़ों की सैलरी

 दुनिया का सबसे खतरनाक खातिर हैकर जिसकी डर और दहशत से सरकार क्या बड़ी-बड़ी कंपनियों को हर महीने करोड रुपए की सैलरी देनी पड़ती है |

इस शातिर हैकर चोर का नाम केविन मिटनिक था | आज भी मिटनिक को दुनिया का सबसे शातिर हैकर माना जाता था | 

इस हैकर का जन्म 6 अगस्त 1963 में अमेरिका के कैलिफोर्निया में हुआ था | इसे कम उम्र में ही हैकिंग का शौक चढ़ गया था | 

इसके कारनामे की बात करें तो 90 के दशक में नोकिया, आईबीएम, मोटरोला जैसी दिक्कत कंपनियों को केविन मिटनिक ने हैक कर कर दुनिया में इतना  डंका बजाया था | 

इतना ही नहीं, हालत इतनी खराब हो गई थी कि अमेजॉन, गूगल, याहू जैसी बड़ी कंपनी को साइबर हैकिंग से बचने के लिए हर महीने पर इस हैकर को करोड रुपए की सैलरी देनी पड़ती थी | 

 इसके अतिरिक्त केविन मिटनिक ने अमेरिका के डिफेंस ऑर्गेनाइजेशन "पेंटागन" की आधिकारिक साइट को भी हैक किया था | उसने  नेशनल सिक्योरिटी अलर्ट प्रोग्राम को भी हैक कर लिया था | 

पर ऐसा करने पर इस हैकर को 3 साल की सजा हुई थी | इसके बाद उसे एक बार और ढाई साल जेल में जाना पड़ा था | 

वहीं अमेरिका ने एक समय केबिन को मोस्ट वांटेड साइबर क्रिमिनल की लिस्ट में शामिल किया था | लेकिन कुछ दिन बाद अमेरिका ने के साइबर सिक्योरिटी के लिए अरबो रुपए देकर अपने अपने पास ही रख लिया था |

मिटनिक ने तीन अन्य पुस्तकें भी लिखीं: द आर्ट ऑफ डिसेप्शन और द आर्ट ऑफ इंट्रूजन, दोनों विलियम साइमन के साथ सह-लेखक थे, और द आर्ट ऑफ इनविजिबिलिटी रॉबर्ट वामोसी के साथ।

इंटरनेट डाकू केविन मिटनिक का 59 वर्ष की आयु में निधन: हैकर जो एफबीआई की मोस्ट वांटेड सूची में शामिल हो गया और इसके बारे में किताब लिखी, कैंसर से लड़ने के बाद उसकी मृत्यु हो गई